पश्चिम बंगाल की राजनीति में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) का तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ आना बड़ी राजनीतिक घटना है। यह घटना बीजेपी के लिए बेचैन करने वाली है तो टीएमसी के लिए सुकून देने वाली। हेमंत सोरेन ने पश्चिम बंगाल में चुनाव नहीं लड़ने का एलान करते हुए टीएमसी को समर्थन देने की घोषणा को दिशोम गुरु शिबू सोरेन की मर्जी बताया है। समर्थन का यह फैसला ममता बनर्जी के आग्रह पर विचार के बाद लिया गया है।