मुख्यमंत्री और टीएमसी की स्टार प्रचारक ममता बनर्जी को चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा है। ममता पर धर्म के आधार पर वोट मांगने, नफ़रत फैलाने समेत कई आरोप हैं। इन आरोपों का आधार 3 अप्रैल को ममता बनर्जी की ओर से हुगली के तारकेश्वर की रैली में दिया गया वह भाषण है जिसमें उन्होंने धर्म के आधार पर वोटरों को एकजुट होने की अपील की थी।
ममता बनर्जी को चुनाव आयोग का नोटिस, नरेंद्र मोदी को क्यों नहीं?
- पश्चिम बंगाल
- |
- |
- 29 Mar, 2025

ममता पर धर्म के आधार पर वोट मांगने, नफ़रत फैलाने समेत कई आरोप हैं। पीएम मोदी ने कहा था कि अगर वे कहेंगे कि ‘हिन्दुओं एक हो जाओ’ तो उनके पास चुनाव आयोग के 8 से 10 नोटिस आ जाएँगे। ममता को चुनाव आयोग का नोटिस तो मोदी को क्यों नहीं?
ममता के इसी भाषण को आधार बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कूच विहार की रैली में हिन्दुओं को एकजुट करने की अपील की थी, मगर उनका अंदाज़-ए-बयाँ कुछ अलग था। पीएम मोदी ने कहा था कि अगर वे कहेंगे कि ‘हिन्दुओं एक हो जाओ’ तो उनके पास चुनाव आयोग के 8 से 10 नोटिस आ जाएँगे। सवाल यह है कि चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नोटिस भेजा, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्या बख्श दिया है?