बीजापुर में हुए नक्सली हमले में 22 जवानों के शहीद होने और 12 के जख्मी होने से देश स्तब्ध है। यह हमला ऐसे समय में हुआ जब देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री चुनावी सियासत में व्यस्त थे। नक्सलियों ने यह समय चुना है तो यह स्वाभाविक तौर पर उसकी रणनीति है। मगर, इस रणनीति के जवाब में जो त्वरित प्रतिक्रिया होनी चाहिए थी क्या वह सामने आयी? या वह चुनावी सियासत की भेंट चढ़ गयी?
बीजापुर नक्सली हमला : देश बेचैन था सियासत में व्यस्त रहे राजनेता
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- 9 Apr, 2021

बीजापुर में हुए नक्सली हमले में 22 जवानों के शहीद होने और 12 के जख्मी होने से देश स्तब्ध है।
नक्सली हमले के वक्त कौन कहां किस किस्म की सियासत में व्यस्त है, यह महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण यह है कि इस हमले की गंभीरता से नेता किस कदर जुड़े और उन्होंने घटना के बाद कैसी प्रतिक्रिया दी।