बीजापुर में हुए नक्सली हमले में 22 जवानों के शहीद होने और 12 के जख्मी होने से देश स्तब्ध है। यह हमला ऐसे समय में हुआ जब देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री चुनावी सियासत में व्यस्त थे। नक्सलियों ने यह समय चुना है तो यह स्वाभाविक तौर पर उसकी रणनीति है। मगर, इस रणनीति के जवाब में जो त्वरित प्रतिक्रिया होनी चाहिए थी क्या वह सामने आयी? या वह चुनावी सियासत की भेंट चढ़ गयी?