संसदीय चुनाव में पश्चिम बंगाल में 18 सीटें जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी काफ़ी आक्रामक है और ध्रुवीकरण को आगे बढ़ाना चाहती है। मुसलिम तुष्टीकरण के आरोप की काट निकालने में ममता बनर्जी ठीक से कामयाब नहीं हुईं और बीजेपी के पक्ष में वातावरण बन गया। इसका नतीजा यह हुआ कि बीजेपी को राज्य में अभूतपूर्व सफलता मिली और तृणमूल कांग्रेस को 2014 की तुलना में 11 सीटों का नुक़सान उठाना पड़ा।