यह घटनाक्रम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा सोमवार को कोलकाता पुलिस आयुक्त गोयल सहित वरिष्ठ पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों को हटाने की घोषणा के एक दिन बाद हुआ है।
कोलकाता में डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले को लेकर निकाला गया नवान्न मार्च हिंसक हो गया। पश्चिम बंगाल छात्र समाज के नेतृत्व में निकाले गए युवकों के इस मार्च के शांतिपूर्ण होने के दावा किया गया था लेकिन प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह बैरिकेड तोड़ दिए, पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने जवाब में पानी की बौछारें छोड़ी, लाठीचार्ज किया। नवान्न मार्च को भाजपा-आरएसएस का समर्थन प्राप्त था।
कोलकाता में एक नये छात्र संगठन ने मंगलवार 27 अगस्त को मार्च निकालने की घोषणा की है। लेकिन इस मार्च को लेकर तमाम तरह की आशंकाएं जताई जा रही हैं। विपक्षी दलों ने पहले इसे समर्थन दिया था लेकिन अब भाजपा को छोड़कर इस मार्च के समर्थन में कोई नहीं है।
जून के आखिरी सप्ताह में उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा में ऐसी एक सभा में प्रेमी युगल को सजा देने वाला वीडियो वायरल हुआ था। इस घटना के बाद राज्य की राजनीति में बवाल मच गया था। जानिए, आख़िर ऐसी सजा देने की प्रथा के पीछे वजह क्या है।
बाँकुड़ा ज़िले की विष्णुपुर सीट कौन जीतेगा, पूर्व पति सौमित्र ख़ान या पूर्व पत्नी सुजाता मंडल? बीजेपी के सौमित्र से लोग कितने संतुष्ट? बीजेपी से टीएमसी में आईँ सुजाता को स्वीकार करेंगे लोग? वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर मणि तिवारी की रिपोर्ट-
लोकसभा चुनाव 2024 अब छठे चरण की ओर बढ़ चला है। इस चरण में पश्चिम बंगाल की 8 लोकसभा सीटों पर 25 मई को मतदान होगा। पश्चिम बंगाल में 2019 के चुनाव नतीजों की बात की जाए तो छठे चरण की पांच लोकसभा सीटों पर भाजपा को कामयाबी मिली थी और तीन सीटें ममता बनर्जी की टीएमसी ने जीती थीं। भाजपा के सामने दरअसल चुनौती यही है कि क्या वो अपना पिछला प्रदर्शन इस बार या इससे बेहतर कर पाएगी। जानिएः
क्या संदेशखाली कांड से बीजेपी को कोई फ़ायदा मिल रहा है? क्या महिला मतदाताओं का भरोसा अभी भी ममता के साथ है? बंगाल के चुनाव में महिला मतदाताओं का कितना असर रहता है? वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर मणि तिवारी की रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव 2024 में तीन चरणों का मतदान हो चुका है, अभी 4 चरणों का मतदान होना शेष है। 13 मई को चौथे चरण में पश्चिम बंगाल की 8 लोकसभा सीटों के जिन 15,507 मतदान केंद्रों पर मतदान होना है उसमें से 3647 को निर्वाचन आयोग ने संवेदनशील करार दिया है।
अब्दुल ग़नी ख़ान चौधरी के प्रभाव वाली मालदा की दो सीटों पर तिकोने संघर्ष ने चुनाव फँसा दिया है। कहीं संघर्ष टीएमसी, कांग्रेस और सीपीएम के बीच है तो कहीं काँग्रेस, टीएमसी और बीजेपी के बीच में। ऐसे में कौन निकालेगा ये सीटें? वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर मणि तिवारी की रिपोर्ट-
ममता सरकार ने स्कूलों में एसएससी द्वारा की गई 25,753 शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की नियुक्ति को अमान्य करने वाले आदेश को चुनौती दी थी। जानिए, सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा।
तीसरे चरण में असम में चार सीटों पर कड़ा मुक़ाबला है मगर सबकी नज़रें धुबुड़ी पर हैं। क्या काँग्रेस बदरुद्दीन अजमल से ये सीट छीन पाएगी? उधर बीजेपी के लिए गुवाहाटी सीट नाक का सवाल बन गई है, क्योंकि काँग्रेस की ओर से उसे कड़ी टक्कर मिल रही है। वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर मणि तिवारी की रिपोर्ट-
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल पर यौन उत्पीड़न के आरोप कितने गंभीर हैं? पश्चिम बंगाल के चुनाव पर इसका क्या असर पड़ेगा? क्या संदेशखाली का कांड इससे छिप जाएगा? वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर मणि तिवारी की रिपोर्ट
बीजेपी ने महुआ मोईत्रा के ख़िलाफ़ राज परिवार की अमृता रॉय को उतारकर कृष्णनगर मुक़ाबले को दिलचस्प बना दिया है। ये सीट मोदी और ममता दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गई है। वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर मणि तिवारी की रिपोर्ट-