क्या अब भारत के मुसलमानों को अपना जीवन सामान्य तरीक़े से बिताने के लिए ऐसे सदाशयी हिंदुओं की ज़रूरत पड़ती रहेगी जिनमें हिंदुत्ववादियों के सामने खड़े होकर उनका विरोध करने का साहस हो? राजस्थान के कोटा में खजूरी गाँव में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के हिंदू विद्यार्थियों द्वारा अपने मुसलमान अध्यापकों के निलंबन के ख़िलाफ़ किए गए प्रदर्शन और आंदोलन के बाद यह सवाल मन में उठा।