अयोध्या के लोगों से भारतीय जनता पार्टी के समर्थक ख़फ़ा हैं। 18वीं लोक सभा के चुनाव में अयोध्यावासियों ने भाजपा को अपना प्रतिनिधि मानने से इनकार कर दिया है। जो अयोध्यावासी नहीं हैं, वे हैरान हैं कि आख़िर अयोध्यावासी ऐसा कर ही कैसे सकते हैं। जिस अयोध्या को भाजपा ने ऐसा भव्य राम मंदिर दिया, वहाँ हवाई अड्डा बनाया, उसे आधुनिक पर्यटन स्थल में बदल दिया, उस अयोध्या के लोगों ने उस मेहरबान भाजपा को धता बता दी। इससे बड़ी कृतघ्नता और क्या हो सकती है?
अयोध्या में जीत का फैसला करने वाले क्या 'नमकहराम' हैं?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Mar, 2025

भाजपा अयोध्या में चुनाव हार गई। उसके समर्थक अयोध्या यानी फैजाबाद लोकसभा सीट के हिन्दुओं को नमकहराम और न जाने किन-किन विशेषणों से सुशोभित रहे हैं। लेकिन अयोध्या में टूटे हजारों मकानों-दुकानों से आते चीत्कार को राम को लाने वाले सुनने को तैयार नहीं। स्तंभकार और जाने-माने चिंतक अपूर्वानंद ने अयोध्या की हार-जीत पर विचारों का फौलादी हथौड़ा चलाया है। देशभक्तों के लिए एक जरूरी लेखः