एग्जिट पोल के नतीजों के सही साबित होने के सारे कारण मौजूद हैं। उनके ग़लत साबित होने के लिए बहुत सारी शर्तें हैं जिनका पूरा होना आज के भारत में असंभव नहीं अत्यंत कठिन तो है ही। सबसे पहला कारण चुनाव आयोग है जो भारतीय जनता पार्टी के एक प्रभाग की तरह काम करने में गौरव अनुभव करने लगा है। दूसरा कारण बड़ा मीडिया है जिसने काफ़ी पहले तय कर लिया कि वह भाजपा के प्रचारक का काम करेगा। तीसरा है न्यायपालिका जिसने ख़ुद को सत्ता पक्ष के अनुकूल रहने और  संतुलित दिखलाने के लिए हैरतअंगेज़ कलाबाज़ियाँ की हैं।