एग्जिट पोल के नतीजों के सही साबित होने के सारे कारण मौजूद हैं। उनके ग़लत साबित होने के लिए बहुत सारी शर्तें हैं जिनका पूरा होना आज के भारत में असंभव नहीं अत्यंत कठिन तो है ही। सबसे पहला कारण चुनाव आयोग है जो भारतीय जनता पार्टी के एक प्रभाग की तरह काम करने में गौरव अनुभव करने लगा है। दूसरा कारण बड़ा मीडिया है जिसने काफ़ी पहले तय कर लिया कि वह भाजपा के प्रचारक का काम करेगा। तीसरा है न्यायपालिका जिसने ख़ुद को सत्ता पक्ष के अनुकूल रहने और संतुलित दिखलाने के लिए हैरतअंगेज़ कलाबाज़ियाँ की हैं।
एग्जिट पोल के साए में भारत, बदबू का आनंद लेता मीडिया
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Mar, 2025

देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती अभी यही बना दी गई है कि एग्जिट पोल सही साबित होंगे या नहीं। हालांकि एग्जिट पोल हमेशा गलत साबित हुए लेकिन सत्ता प्रतिष्ठान की गंगा में डुबकी लगाने के बाद वे अगली फसल काटने को तैयार रहते हैं। प्रसिद्ध चिंतक, शिक्षक और स्तंभकार अपूर्वानंद ने एग्जिट पोल पर बेबाक टिप्पणी की है। पढ़िएः