भारतीय राज्य-तंत्र का हिंदुत्ववादीकरण दस वर्षों में चरम पर पहुंच गया है। आरएसएस-भाजपा की हिन्दुत्व की नीति को अब प्रशासन के अफसरों ने अपना ली है। यह भयानक गिरावट है और इससे देश की शासन व्यवस्था को इसके नतीजे भुगतने ही होंगे। वो चाहे जिस रूप में सामने आए। जिन ताकतों को इसके खिलाफ बोलना चाहिए, खड़े होना चाहिए, उनकी चुप्पी असहनीय है। स्तंभकार और जाने-माने चिन्तक अपूर्वानंद की विचारोत्तेजक टिप्पणी सिर्फ सत्य हिन्दी परः
मुसलमानों के मकान, उनकी संपत्ति को कौन तबाह कर रहा है? मध्य प्रदेश के छतरपुर से शहज़ाद अली के आलीशान मक़ान को किसने ज़मींदोज़ किया? किसने उसे आदेश पर दस्तख़त किए? किसने शहजाद अली की 3 गाड़ियों को कुचला, किसने उसका आदेश दिया?
किसके आदेश से मुसलमानों का जुलूस निकाला गया? किसने उन्हें ‘पुलिस हमारा बाप है’ का नारा लगाने को मजबूर किया?