शैलेश लोढ़ा हिंदी मनोरंजन जगत में एक जानेमाने नाम हैं। कुछ सीरियलों और हास्य कवि सम्मेलनों में भी वे लगातार आते रहते हैं। पर उनके बारे में ताजा ख़बर ये है कि उन्होंने हिंदी रंगमंच पर भी क़दम रख दिया है और पिछले रविवार को दिल्ली के श्री राम सेंटर में उन्होंने `डैड्स गर्लफ्रेंड’ नाम के नाटक में धांसू काम किया। कह सकते हैं कि मजमा लूट लिया। इस नाटक का निर्देशन अतुल सत्य कौशिक ने किया जो हिंदी रंगमंच में परिचित नाम है। अतुल वैसे तो दिल्ली के रहनेवाले हैं पर इन दिनों मुंबई चले गए हैं और वहां के व्यावसायिक हिंदी थिएटर में उनकी धाक जम गई है। उनके नाटकों में ज़्यादातर वे चर्चित लोग होते हैं जो सेलिब्रिटी होने का दावा करते हैं। इसी क्रम में उन्होंने शैलेश लोढ़ा से भी अभिनय करवा लिया।
शैलेश लोढ़ा अब रंगमंच पर, जानें कैसा रहा उनका अभिनय
- विविध
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- 29 Mar, 2025

शैलेश लोढ़ा वैसे तो छोटे पर्दे पर मनोरंजन के लिए मशहूर हैं, लेकिन उन्होंने दिल्ली के श्री राम सेंटर में `डैड्स गर्लफ्रेंड’ नाम के नाटक में काम किया। जानिए, कैसा है रहा उनका प्रदर्शन।
`डैड्स गर्लफ्रेंड’ (इसका हिंदी नाम `पिता की प्रेमिका’ होगा) एक कॉमेडी है और दर्शकों को दबाके हंसाता है। लेकिन इसमें एक संदेश भी है। पर उसकी बात बाद में करेंगे। पहले जान लीजिए कि इसमें होता क्या है। लोढ़ा ने इसमें अनिमेष ऐसे व्यक्ति का किरदार निभाया है जो बरसों से अमेरिका में रह रहा है और वहां कवि के रूप में मशहूर है। उसके वहाँ काफी प्रशंसक हैं। पत्नी नहीं है लेकिन दीया नाम की एक बेटी है जो अब बड़ी होकर आर्किटेक्ट बन चुनी है, मुंबई में रहती है और एक असफल रंगकर्मी- अभिनेता कनव से शादी कर चुकी है। एक दिन अमेरिका में रह रहे अनिमेष को लगता है कि बहुत हुआ अमेरिका में, अब भारत अपनी बेटी दिया से मिलने मुंबई जाया जाए। वो मुंबई आता भी है, बेटी के यहाँ ठहरता भी है। लेकिन इसी दौरान एक नवोदित लेखिका से अनिमेष की मुलाकात होती है और फिर दोनों प्रेम में पड़ जाते हैं। फिर बेटी और दामाद क्या करें? कैसे इस हालत के संभालें?