जैसे किसी अंधेरे घर में बहुत पहले गुम हुई कोई छोटी चीज आप ढूंढ रहे हों और अचानक आपका हाथ उससे छू जाए। बीएचयू-आईआईटी के पूर्व छात्र और अभी कैंब्रिज में एक्सोप्लैनेटरी साइंस के प्रोफेसर निक्कू मधुसूदन ने पहले एस्ट्रोफिजिक्स जर्नल लेटर्स में अपना रिसर्च पेपर छपाकर, फिर कैंब्रिज में ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एक चौंकाने वाली घोषणा की।
उन्होंने कहा कि जेम्स वेब टेलीस्कोप से उनके हालिया प्रेक्षणों ने धरती से बाहर जीवन की तलाश को लेकर की गई अबतक की सारी कोशिशों में सबसे कारगर नतीजे तक पहुंचा दिया है।इस प्रेक्षण का संबंध धरती से 124 प्रकाशवर्ष दूर स्थित एक लाल तारे के ग्रह ‘के2-18बी’ से संबंधित है। निश्चित रूप से यह ग्रह धरती से बहुत ज्यादा दूर है और इसके बारे में कोई पक्का नतीजा निकालने में अभी बहुत समय लगेगा।