धर्म का राष्ट्रीय पहचान से क्या लेना-देना है? क्या किसी देश की पहचान किसी ख़ास धर्म के आधार पर हो सकती है? ख़ासकर जब वह धर्म-निरपेक्ष देश हो तब? खैर, इस्लामिक, क्रिश्चियन जैसे धर्म आधारित देश के बारे में तो अलग स्थिति हो सकती है। लेकिन सवाल है कि इन देशों के लोग राष्ट्रीय पहचान के लिए धर्म को लेकर क्या सोचते हैं?
64% भारतीय मानते हैं कि धर्म राष्ट्रीय पहचान के लिए ज़रूरी: प्यू रिसर्च
- विविध
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- 31 Feb, 2025
ज़्यादा आय वाले देशों की तुलना में आख़िर भारत जैसे मध्यम आय वाले देशों में ज़्यादा लोग धर्म को राष्ट्रीय पहचान के लिए ज़रूरी क्यों मानते हैं?

प्यू रिसर्च सेंटर की नई रिपोर्ट में इन सवालों के जवाब मिलते हैं। रिपोर्ट के अनुसार कुल 64 प्रतिशत भारतीयों का मानना है कि धर्म राष्ट्रीय पहचान के लिए अहम है। खासकर हिंदू धर्म के मामले में, 73 प्रतिशत हिंदुओं का कहना है कि हिंदू होना वास्तव में भारतीय होने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके विपरीत सिर्फ़ 12 प्रतिशत मुसलमान इस बात से सहमत हैं कि धर्म राष्ट्रीय पहचान में भूमिका निभाता है। हालाँकि, देश में ओवरऑल 24 प्रतिशत लोग ही खुद को 'धार्मिक राष्ट्रवादी' मानते हैं।