मुजफ्फरनगर स्कूल की घटना पर जिस तरह से पर्दा डालने और रफा-दफा करने की कोशिश हो रही है, वो भारतीय समाज के पतन की जीती जागती तस्वीर है। लेकिन जाने-माने चिंतक और स्तंभकार अपूर्वानंद ने लिखा है कि वह समाज कितना बीमार और कमज़ोर है जो अपराध को अपराध कहने से इनकार करता है और जिसमें न्याय का न तो बोध बचा है, न उसकी इच्छा। एक जरूरी लेख, जरूर पढ़ेंः