2023 बीत गया, लेकिन पर्यावरण के लिहाज से अमिट छाप छोड़ गया! यह अब तक का सबसे गर्म साल रहा। इसकी पुष्टि यूरोपीय संघ के वैज्ञानिकों ने की है। यानी गर्म साल के मामले में 2023 ने इतिहास में नाम दर्ज कर लिया। वैसे, दुनिया के मौजूदा हालात को देखते हुए पक्के तौर पर यह भी नहीं कहा जा सकता है कि अगले ही साल या अगले एक दशक में इससे कहीं ज़्यादा गर्मी नहीं होगी! तो सवाल है कि यह कितनी बड़ी चेतावनी है?
1 लाख साल में 2023 अब तक का सबसे गर्म वर्ष: रिपोर्ट
- विविध
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- 9 Jan, 2024
जलवायु परिवर्तन यानी जहरीली होती हवा, कभी अधिक गर्मी तो कभी अधिक सर्दी, कहीं सूखा तो कहीं बाढ़। अप्रत्याशित होते जा रहे मौसम को लेकर 2023 बड़ी चेतावनी दे गया है।

गर्म होती दुनिया यानी ग्लोबल वार्मिंग को लेकर दुनिया भर में चिंताएँ हैं। चिंताएँ इसलिए कि दुनिया भर में प्रदूषण यानी ख़राब होती हवा का असर तापमान पर पड़ रहा है। हवा में कार्बन डाइऑक्साइड जैसे गैसों की मात्रा बढ़ रही है और इसका संतुलन बनाए रखने में अहम योगदान देने वाले पेड़ों की कटाई हो रही है। नतीजा सामने है। तापमान बढ़ रहा है और जलवायु परिवर्तन हो रहा है।