जम्मू कश्मीर विधानसभा में पीडीपी विधायक वहीद पारा ने 4 नवंबर 2024 को रद्द की जा चुकी धारा 370 को लेकर प्रस्ताव पेश किया, इस पर सदन में काफी हंगामा हुआ।
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने कहा है कि वो जम्मू कश्मीर के लोगों के आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ेंगे। यहां की जमीन, रोजगार और अन्य संसाधनों का पहला हक जम्मू कश्मीर के लोगों का है। उमर ने कई फैसले लिये हैं और कुछ फैसलों को पलट दिया है।
उमर अब्दुल्लाह ने बुधवार 16 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर के सीएम के पद की शपथ ले ली है। खबर है कि कांग्रेस उनके मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी। सितंबर-अक्टूबर के जम्मू-कश्मीर चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस का दबदबा रहा और उसने 90 में से 42 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस केवल छह सीटें जीत पाई।
2018 में राज्यपाल शासन के तहत छह महीने पूरे होने के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था। इसके बाद इसका राज्य का दर्जा छीन लिया गया। धारा 370 को खत्म कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराये गये। जिसमें नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन को बहुमत मिला है। नेशनल कान्फ्रेंस के उमर अब्दुल्लाह मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस को 4 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन दिया है और निर्दलीय भी संपर्क में हैं। तो क्या अब एनसी को कांग्रेस के समर्थन की ज़रूरत ख़त्म हो गई?
जम्मू कश्मीर चुनावों में क्या एक साज़िश के तहत उमर अब्दुल्ला के ख़िलाफ़ जेल में बंद अलगाववादियों को उतारा जा रहा है? जानिए, उमर अब्दुल्ला के ख़िलाफ़ चुनाव कौन लड़ रहा है और उन्होंने किसपर आरोप लगाया है।
जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि राज्य में नई सरकार बनने के बाद सबसे पहले धारा 370 हटाने वालों के खिलाफ प्रस्ताव पास किया जाना चाहिए। उमर का यह बयान सीधे केंद्र सरकार को चुनौती है और इसने एक तरह से जम्मू कश्मीर में चुनाव का नैरेटिव भी सेट कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की श्रीनगर में होने वाली रैली के लिए क्या सरकारी कर्मचारियों की भीड़ जुटाई जा रही है? जानिए, राज्य के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने क्या आरोप लगाया।
कश्मीर में हालात फिर बिगड़ रहे हैं। कश्मीरी पंडित वहां से पलायन कर रहे हैं। जानिए, कश्मीर के तमाम मुद्दों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से अब क्यों पूछताछ की गई है? क्या यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई है? जानिए उमर की पार्टी ने क्या आरोप लगाया है।