पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में हुए कोऑपरेटिव चुनाव में ममता बनर्जी को तगड़ा झटका लगा है। बीजेपी ने वहां 12 सीटों में 11 सीटें जीत लीं। हालांकि यह छोटा चुनाव है लेकिन इसके संकेत बड़े हैं। यह चुनाव बता रहा है कि ममता बनर्जी की पकड़ कमजोर पड़ रही है।
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। नंदीग्राम में इस्तेमाल हुई EVM को सुरक्षित रखें: हाई कोर्ट । केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 11 फ़ीसदी बढ़ा
पश्चिम बंगाल के जिस नंदीग्राम विधानसभा सीट से ममता बनर्जी शभेंदु अधिकारी से चुनाव हार गई थीं वहाँ इस्तेमाल की गई ईवीएम और कागजातों को सुरक्षित रखने का कोलकाता हाई कोर्ट ने आदेश दिया है।
मतदाताओं को वोट देने से रोकने, उन्हें प्रभावित करने, चुनाव एंजेट से मारपीट करने और चुनाव में धाँधली करने के आरोप-प्रत्यारोप के बीच पश्चिम बंगाल में भारी मतदान हुआ है।
पश्चिम बंगाल की मु्ख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सार्वजनिक रूप से अपना गोत्र शांडिल्य बताया है। हालांकि उन्होंने इसे वोट से नहीं जोड़ा है, पर उनका मक़सद साफ है, वह यह बताना चाहती हैं कि वह हिन्दू हैं, ब्राह्मण हैं और उसमें भी उच्च गोत्र की कन्या हैं।
पूरे मुल्क की नज़र इस इलाके पर है। देश के बाहर भी इस उपेक्षित नन्दीग्राम की खूब चर्चा हो रही है। देश के प्रधानमंत्री के लिए भी यह इलाका प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। असहाय, वंचित लोग आसमान की ओर निहार रहे हैं। अभावग्रस्त लोग अवाक हैं।
मुसलमानों को आरक्षण, मदरसे खोलने के फ़ैसले और मुसलिमों के विकास के लिए अब तक सबसे ज़्यादा पैसा देने के राज्य सरकार के फ़ैसलों पर मुहर लगाने वाले शुभेंदु अधिकारी अब कहते फिर रहे हैं कि तृणमूल कांग्रेस जीत गई तो नंदीग्राम 'मिनी पाकिस्तान' बन जाएगा।
पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में जिस समय ममता बनर्जी ज़ख़्मी हो गईं थीं, उस समय वहाँ उनकी सुरक्षा के लिए ज़िम्मेदार पुलिस अफ़सर को निलंबित कर दिया गया है। एक सप्ताह के अंदर उस पुलिस अधिकारी पर लापरवाही का आरोप लगाया जाएगा।
ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में पहले तो बताया कि हिन्दू धर्म क्या है, उसके बाद मंच से एलान किया कि वे हिन्दू महिला हैं और रोज़ सुबह चंडी पाठ करने के बाद ही घर से निकलती हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने उसी समय वही मंच पर ही चंडी पाठ कर सुनाया।