रूस और यूक्रेन के बीच फिर से बढ़ते युद्ध और यूक्रेन में तेज होते हमलों को देखते हुए फिर से अलर्ट बढ़ गया है। जानिए भारत ने अपने नागरिकों को क्या चेतावनी दी है।
रूसी सीमा के पास उत्तर पूर्वी यूक्रेन में स्थित सूमी में कई दिनों से भारी युद्ध हो रहा है। शहर में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। जानिए, वहाँ फँसे भारतीयों की क्या है स्थिति।
यूक्रेन में फँसे भारतीयों के लिए आज दो ज़रूरी संदेश दिए गए। एक तो यूक्रेन में भारतीय दूतावास से और दूसरा हंगरी में भारतीय दूतावास से। जानिए दोनों दूतावासों ने क्या कहा है।
यूक्रेन में फँसे छात्रों को वापस लाने के अभियान के बीच विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अब तक 13 हज़ार से ज़्यादा लोगों को निकाला जा चुका है। जानिए, आगे की क्या है रणनीति।
यूक्रेन में रूसी हमले की आशंका में अमेरिका ने 10 फ़रवरी को ही यूक्रेन छोड़ने की चेतावनी दी थी, लेकिन भारत ने 15 फ़रवरी को सिर्फ़ यूक्रेन छोड़ने पर विचार करने को कहा। तब तक तो टिकट भी नहीं मिल रहे थे, भला छात्र कैसे आते?
कीव में जिस भारतीय छात्र हरजोत को गोली लगी, उन्हें दो गोलियां लगीं, उनका एक पैर भी टूट गया है। उन्हें अपने बाकी साथियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । यूक्रेन से लौटे छात्र बोले- पहले क़दम उठाना चाहिए था । यूक्रेन संकट पर विदेश मंत्रालय की अहम बैठक, छात्रों को निकालने पर बोले राहुल
यूक्रेन के खारकीव में भारतीय एम्बेसी ने नई एडवाइजरी जारी की है। भारतीय छात्रों से कहा गया है कि वे फॉर्म भरें और वहां से निकलें। पता चला है कि रूस की मदद से वहां से भारतीय छात्रों को निकाला जा रहा है।
मोदी सरकार की इस बात के लिए आलोचना हो रही है कि उसने हालात के खराब होने का इंतजार क्यों किया और पहले ही यूक्रेन से सभी भारतीयों को निकालने की कोशिश क्यों नहीं की।
रोमानिया बॉर्डर पर पहुंच रहे भारतीय छात्रों के लिए की जा रही व्यवस्था का श्रेय लेने के लिए भारत सरकार के मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और रोमानियन मेयर में नोक-झोंक हो गई। इस आशय का वीडियो वायरल है। लोग मोदी सरकार की कड़ी आलोचना कर रहे हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से प्रधानमंत्री मोदी की वार्ता के कुछ देर बाद ही रूस ने किस आधार पर दावा किया था कि यूक्रेनी सैनिकों ने भारतीयों को बंधक बनाया है?
खारकीव में विस्फोटक होती जा रही स्थिति के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन से बात की है। समझा जाता है कि भारत खारकीव में फंसे अपने छात्रों को सुरक्षित निकालने की कोशिश में जुटा है।