प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन से फोन पर बात की है। अभी इस बातचीत का ब्यौरा मीडिया को जारी नहीं किया गया है। समझा जाता है कि भारत ने यूक्रेन के खारकीव में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए मदद मांगी है।
खारकीव में इस समय स्थिति विस्फोटक बनी हुई है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक खारकीव छोड़ने का इंतजार कर रहे छात्र ट्रेन से यूक्रेन की पश्चिमी सीमा की तरफ जा रहे हैं। हालांकि अभी भी ढेरों स्टूडेंट्स खारकीव में फंसे हुए हैं। कहा जा रहा है कि खारकीव पर रूसी नियंत्रण कभी भी हो सकता है।
बताया जाता है कि तमाम कूटनीतिक प्रयासों की वजह से रूसी सेना ने उन इलाकों में हमले से परहेज किया है, जिन्हें भारत ने उनसे निशाना नहीं बनाने के लिए कहा था। इस वजह से काफी भारतीय छात्रों को सुरक्षित मार्ग से निकालने के लिए रूसी सेना से बातचीत की गई है।
खारकीव कल से भारी गोलाबारी की चपेट में है। जिसमें एक भारतीय छात्र नवीन की मौत हो गई थी।भारत ने आज शाम को नई एडवाइजरी जारी करके अपने सभी नागरिकों को स्थानीय समयानुसार शाम 6 बजे (भारतीय समयानुसार रात 9.30 बजे) तक शहर खाली करने के लिए कहा था। भारत ने यह तक कहा था कि अगर जरूरी हो तो पैदल ही पिसोचिन, बाबई या बेज़लुदिवका चले जाएं।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमारी एडवाइजरी रूसी सेना के इनपुट पर आधारित थी। खारकीव में आज पहले पैराट्रूपर्स उतरे, फिर उसके बाद सड़कों पर झड़पें हुईं।
यूक्रेनी सेना ने कहा है कि रूसी सेना और यूक्रेनियन के बीच लड़ाई जारी है। खारकीव पर हमारा कब्जा बना हुआ है।
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