देश में कोरोना संक्रमण के मामले अब एक दिन में 33 हज़ार से भी ज़्यादा आने लगे और ओमिक्रॉन के 1700 से ज़्यादा मामलों की पुष्टि हो गई है तो क्या अब हालात बिगड़ने वाले हैं?
जोखिम वाले समूहों से ही क़रीब 1.65 करोड़ लोगों ने समय पर दूसरी खुराक ली ही नहीं। समय पर से मतलब है लोगों को जितने दिनों के अंतराल में दूसरी वैक्सीन लगवानी थी उसे वे नहीं लगवा पाए। ऐसा तब है जब तीसरी लहर आने की आशंका है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ डिजास्टर मैनेजमेंट यानी एनआईडीएम की गठित एक कमेटी ने चेताया है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए भी उतनी ही ख़तरनाक होगी जितनी की व्यस्कों के लिए। उन्होंने कहा है कि भयावह स्तर की अपर्याप्त व्यवस्था है।
देश में कोरोना संक्रमण की जिस तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही थी वह इसी महीने आ सकती है। अक्टूबर में इसके शिखर पर होने की संभावना है। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
सबसे सख़्त लॉकडाउन, शानदार टेस्टिंग, सख्ती से कोरोना नियमों की पालना और दुनिया में सबसे तेज़ी से टीकाकरण करने वाले अब चीन में डेल्टा वैरिएंट पहुँच गया है और संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं।
कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों संक्रमित होने की जो आशंका जताई जा रही थी उसके साफ़ संकेत मिलने लगे हैं। इंडोनेशिया में कोरोना संक्रमण के कारण सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई है। इस महीने हर हफ़्ते 100 से ज़्यादा बच्चों की मौतें हुई हैं।
उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा की तैयारी क्यों? क्या योगी सरकार तीसरी लहर नहीं आने को लेकर निश्चिंत है? क्या अदालतों की चेतावनियाँ, प्रधानमंत्री की सलाह कोई मायने नहीं रखतीं?
कोरोना टीकाकरण धीमा पड़ गया है। एक दिन पहले ही मंगलवार को दिल्ली सरकार ने कहा था कि कोविशील्ड के टीके ख़त्म होने के कारण उसे टीकाकरण केंद्र बंद करना पड़ा है। टीकाकरण के मामले में भी उत्तर प्रदेश और बिहार ऐसे राज्य हैं जो सबसे पिछड़े हैं।
कोरोना संकट को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने इस साल कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार का यह निर्णय महामारी की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए लिया गया है।
विशेषज्ञ तो अब तक कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताते ही रहे हैं, लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चिंतित हैं। मोदी ने कहा है कि बाज़ारों और पर्यटन स्थलों पर बिना मास्क लगाई हुई भीड़ की तसवीरें चिंता का कारण हैं।
कोरोना वायरस दुनिया भर में फिर से तेज़ी से फैल रहा है। ब्रिटेन में चौथी लहर आ गई है। रूस में तीसरी लहर है और वहाँ शनिवार को 752 मौतें हुईं जो देश में अब तक सबसे ज़्यादा है। इंडोनेशिया में दूसरी लहर तबाही लेकर आई है। भारत सबक़ लेगा?
केंद्र ने आठ राज्यों को पत्र लिखकर कोरोना को नियंत्रित करने को कहा है। उस पत्र में उन राज्यों के कई ज़िलों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट ज़्यादा होने पर तुरत क़दम उठाने को कहा गया है।