एक ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण कालखंड जिसमें लोकतांत्रिक संसार के बचे थोड़े से मुल्क भी एक-एक करके तानाशाही व्यवस्थाओं में बदलते जा रहे हैं, ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस ‘(3 मई) के अवसर पर हमारे आसपास के ही दो मुल्कों के जाँबाज़ पत्रकार-फ़ोटोग्राफ़रों की कहानी से रूबरू होना ज़रूरी है। एक मुल्क भारत की पूर्वी सीमा से लगा म्यांमार ( बर्मा) है और दूसरा पूर्व एशिया में स्थित ‘उगते सूर्य का देश’ जापान है। म्यांमार इस समय सैन्य तानाशाही की गिरफ़्त में है। जापान में भरपूर लोकतंत्र है।