केरल में मुक़ाबला मार्क्सवादियों के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के बीच है।
लगता है कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने मुख्यमंत्री की कुर्सी अपने बेटे के. तारक रामा राव को देने का मन बना लिया है।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अगला विधानसभा चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। सिद्धारमैया के इस फ़ैसले से कुछ कांग्रेसी नेता नाराज़ दिख रहे हैं।
कर्नाटक विधान परिषद के उपाध्यक्ष धर्मे गौड़ा की मौत से प्रदेश में शोक की लहर फैल गयी है। कई राजनेता सदमे में हैं। जेडीएस के धर्मे गौड़ा का शव उनके गृह ज़िले चिकमगलूर में रेल पटरी के पास मिला है । पुलिस सूत्रों ने बताया कि शव के पास एक चिट्ठी भी मिली है।
तमिल फ़िल्मों के दो सुपरस्टार- रजनीकांत और कमल हासन क्या साथ आएँगे और मिलकर चुनाव लड़ेंगे? क्या कमल हासन रजनीकांत को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करेंगे?
21 साल की युवा मार्क्सवादी कार्यकर्ता आर्या राजेंद्रन तिरुवनन्तपुरम शहर की नयी मेयर होंगी। सीपीएम की ज़िला इकाई ने आर्या राजेंद्रन के नाम की सिफ़ारिश प्रदेश इकाई से की है।
डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने अपने 'मिशन 200' को कामयाब करने के लिए भ्रष्टाचार, तमिल स्वाभिमान और द्रविड़ सिद्धांतों को मुख्य चुनावी मुद्दे बनाने का फैसला किया है।
पार्टी नेताओं के बीच खींचतान-तनातनी, तू-तू, मैं-मैं और ज़बरदस्त गुटबाज़ी की वजह से कांग्रेस पार्टी को केरल के स्थानीय निकाय चुनावों में जीत नहीं मिल पायी है।
तमिल फ़िल्मों के सुपर स्टार रजनीकांत की राजनीतिक पार्टी का नाम और चुनाव-चिह्न लगभग तय हो गया है। सूत्रों की मानें तो रजनीकांत की पार्टी का नाम 'मक्कल सेवई कच्ची' होगा। पर वह चुनाव को कितना प्रभावित करेंगे, सवाल यह है।
बीजेपी ने हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने अपने सबसे भरोसेमंद नेता भूपेंद्र यादव को यह चुनाव जितवाने की ज़िम्मेदारी सौंपी है।
श्रीलंका के दिग्गज गेंदबाज़ मुथैया मुरलीधरन के जीवन पर बन रही फ़िल्म विवादों में घिर गयी है। तमिलनाडु में इस फ़िल्म को राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश भी हो रही है।
संसद पहुँचने की चाह खुशबू को भारतीय जनता पार्टी में ले आयी है। जब खुशबू को यकीन हो गया कि कांग्रेस में रहते हुए वह संसद नहीं पहुँच पाएंगी, उन्हे बीजेपी में उम्मीद नज़र आई। वह तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के. एस. अलगिरी से नाराज़ चल रही थीं।
सोने की तस्करी के मामले में बुरी तरह से उलझी वाम मोर्चा सरकार अब संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई से राजनयिक रास्ते से पवित्र कुरान और खजूर मँगवाने को लेकर विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है।
येदियुरप्पा को कर्नाटक के मुख्यमंत्री का पद छोड़कर किसी बड़े राज्य का राज्यपाल बनने के लिए राज़ी करने की लगातार कोशिशें हो रही हैं। लेकिन येदियुरप्पा कर्नाटक छोड़ने को तैयार ही नहीं हैं।
केरल में विधानसभा चुनाव होने तक वामपंथी पार्टियों और कांग्रेस के बीच किसी भी स्तर पर ‘दोस्ती’ नहीं रहेगी और दोनों एक-दूसरे के राजनीतिक विरोधी की तरह बर्ताव करेंगे।
क्या तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के. चन्द्रशेखर राव (केसीआर) एक बार फिर ग़ैर-बीजेपी, ग़ैर-कांग्रेस राष्ट्रीय मोर्चा बनाने की कोशिश में जुट गए हैं?