ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के नतीजों से साफ है कि बीजेपी ने तेलंगाना में भी अपनी राजनीतिक ज़मीन मज़बूत करनी शुरू कर दी है। जानकार बताते हैं कि असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम यानी मजलिस की मज़हबी राजनीति बीजेपी के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। ओवैसी बंधुओं के भड़काऊ भाषणों और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कथित मुसलिम तुष्टिकरण को राजनीतिक मुद्दा बनाकर बीजेपी हिन्दू मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने में जुटी है।