सोने और ड्रग्स की तस्करी के मामलों ने केरल में वाम मोर्चे की सरकार को हिलाकर रख दिया है। इन दो सनसनीखेज मामलों की जाँच/आँच से मुख्यमंत्री कार्यालय भी नहीं बच पाया है। ताज़ा शिकार हुए हैं वरिष्ठ मार्क्सवादी नेता बालकृष्णन कोडियेरि। बालकृष्णन के छोटे बेटे बिनीश को ड्रग्स तस्करी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इस गिरफ्तारी के बाद बालकृष्णन अपनी पार्टी सीपीएम में अलग-थलग पड़ गये और उन्हें पार्टी के प्रदेश सचिव पद से इस्तीफा देना पड़ा।
केरल: कोडियेरि के बेटे की गिरफ़्तारी से विजयन की मुश्किलें बढ़ीं
- केरल
- |
- |
- 18 Nov, 2020

बालकृष्णन की आकस्मिक छुट्टी से चुनाव की तैयारियों में जुटे वामपंथियों को तगड़ा झटका लगा है।
एक मायने में केरल में सीपीएम की कमान उन्हीं के हाथों में थी। खराब स्वास्थ्य के बावजूद वे पार्टी की कमान संभाले हुए थे। लेकिन बेटे की गिरफ्तारी के बाद उन्हें मजबूरन पार्टी पद छोड़कर लंबी छुट्टी पर जाना पड़ा।
67 साल के बालकृष्णन को 75 साल के पिनराई विजयन के उत्तराधिकारी के तौर पर भी देखा जा रहा था। बालकृष्णन का इस समय प्रदेश सचिव पद से हटना न सिर्फ उनका निजी बल्कि पार्टी के लिए भी बड़ा नुकसान है।