तमिलनाडु और केरल में नयी विधानसभा के लिए 6 अप्रैल को मतदान होगा। दोनों राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बावजूद ज़ोर-शोर से चुनाव प्रचार हुआ। सभी राजनीतिक पार्टियों और उम्मीदवारों ने मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए पूरी ताक़त झोंक दी है। अब तक जितने भी ओपिनियन पोल आये हैं, अगर उन्हें सही माना जाए, तो तमिलनाडु में सत्ता परिवर्तन होगा और डीएमके के नेतृत्व वाली यूपीए की सरकार बनेगी। केरल में वामपंथी मोर्चा अपनी सरकार बचाने में कामयाब रहेगा और नया इतिहास लिखेगा। ज़्यादातर राजनीतिक पंडित भी यह मान रहे हैं कि डीएमके के मुखिया स्टालिन तमिलनाडु के नये मुख्यमंत्री होंगे, जबकि मार्क्सवादी नेता पिनराई विजयन केरल के मुख्यमंत्री बने रहेंगे।