दिनेश त्रिवेदी, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में सबसे बड़े और चमकदार चेहरा थे। कुछ ही समय पहले टीएमसी ने औपचारिक तौर पर पार्टी के हिंदी सेल का गठन किया था और त्रिवेदी को उसका अध्यक्ष बनाया था।
दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफ़े से हिंदी भाषी छोड़ेंगे ममता का साथ?
- पश्चिम बंगाल
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- 13 Feb, 2021

2019 के लोकसभा चुनावों में 18 सीटों पर बीजेपी की जीत में हिंदी भाषी लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका थी। इस चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस ने हिंदी भाषी मतदाताओं के विशेष महत्व को समझा था और उनको दोबारा अपने पाले में लाने की कोशिश शुरू की थी।
2019 के लोकसभा चुनावों में 18 सीटों पर बीजेपी की जीत में हिंदी भाषी लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका थी। इस चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस ने हिंदी भाषी मतदाताओं के विशेष महत्व को समझा था और उनको दोबारा अपने पाले में लाने की कोशिश शुरू की थी। त्रिवेदी के इस्तीफ़ा से तृणमूल के इस अभियान को झटका लगना स्वाभाविक है।
शैलेश कुमार न्यूज़ नेशन के सीईओ एवं प्रधान संपादक रह चुके हैं। उससे पहले उन्होंने देश के पहले चौबीस घंटा न्यूज़ चैनल - ज़ी न्यूज़ - के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीवी टुडे में एग्ज़िक्युटिव प्रड्यूसर के तौर पर उन्होंने आजतक