तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के स्थानीय नेताओं पर पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में कुछ महिलाओं का उत्पीड़न करने के आरोप लगे थे। भाजपा ने इसे राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया था। भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने वहां का दौरा किया। प्रधानमंत्री ने संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं से मुलाकात की थी। यहां पर याद दिलाना जरूरी है कि मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ इससे भी बुरा हुआ था। वहां भीड़ ने उनसे गैंगरेप किया, उनकी नग्न परेड कराई गई, उनके परिजनों की हत्या उनके सामने की गई। पीएम मोदी आज तक मणिपुर नहीं गए। कर्नाटक में यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रज्ज्वल रेवन्ना को एनडीए ने अपना प्रत्याशी बनाया, मोदी उसके लिए प्रचार करने पहुंचे। महिला पहलवानों के साथ जो हुआ, उसे पूरे देश ने देखा। लेकिन अब संदेशखाली का जो वीडियो सामने आया, उसमें बताया गया है कि यह भाजपाई साजिश थी जो लोकसभा चुनाव से पहले टीएमसी को बदनाम करने के लिए की गई थी।
संदेशखाली का वायरल वीडियोः भाजपा घिरी, आरोपों की बौछार
- पश्चिम बंगाल
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- 29 Mar, 2025
क्या संदेशखाली में भाजपा ने कोई साजिश की थी। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक भाजपा नेता कुछ ऐसा कहते नजर आ रहा है। इसके बाद ममता बनर्जी और अन्य टीएमसी नेताओं ने भाजपा पर सवालों की बौछार कर दी है। संदेशखाली मुद्दे को भाजपा ने काफी सक्रियता से उठाया था और टीएमसी सरकार को विलेन की तरह पेश कर दिया था। जानिए पूरा घटनाक्रमः
