अपनी जीत का दावा तो हर कोई करता ही है। लेकिन बंगाल में जीत के इन दावों को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। इतनी गंभीरता से कि जब अमित शाह हर चरण के बाद अपनी सीटें गिना रहे हैं तो ममता बनर्जी तुरंत उनको काउंटर करती हैं कि क्या वे भगवान हैं या उन्होंने ईवीएम में झाँककर देखा है कि किसने किसको वोट दिया है। हाल में तो उन्होंने पिछले कई चुनावों का हवाला देते हुए यह साबित किया कि किस तरह अमित शाह के पिछले चुनावी अंदाज़े बिल्कुल ग़लत साबित हुए थे।
अमित शाह के जीत के दावों में छुपी है एक ख़तरनाक चाल
- पश्चिम बंगाल
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- 9 Apr, 2021

बीजेपी नेता अमित शाह पश्चिम बंगाल में घूम-घूम कर यह दावे क्यों कर रहे हैं कि उनकी पार्टी चुनाव जीत रही है और ममता बनर्जी लगातार उसकी काट करने में लगी हैं? इसके बदले वे लुभावने वादे और विकास की बात क्यों नहीं कर रहे हैं? आख़िर 'जीत' के इन दावों के पीछे क्या है रणनीति, बता रहे हैं नीरेंद्र नागर...
आख़िर क्यों बंगाल में बहुमत के दावों पर भी वाद-विवाद हो रहा है? चुनावों में तो नेता बढ़चढ़कर वादे और दावे करते ही हैं। आख़िर बंगाल की पार्टियाँ, ख़ासकर तृणमूल कांग्रेस, इन्हें इतनी गंभीरता से क्यों ले रही हैं?
नीरेंद्र नागर सत्यहिंदी.कॉम के पूर्व संपादक हैं। इससे पहले वे नवभारतटाइम्स.कॉम में संपादक और आज तक टीवी चैनल में सीनियर प्रड्यूसर रह चुके हैं। 35 साल से पत्रकारिता के पेशे से जुड़े नीरेंद्र लेखन को इसका ज़रूरी हिस्सा मानते हैं। वे देश