क्या पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कोई नई खिचड़ी पक रही है? हाल की कुछ घटनाएँ तो इसी ओर संकेत करती हैं। हाल में ममता ने विधानसभा में अपने प्रतिद्वंद्वी और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी से विधानसभा में अपने कक्ष में चाय पर मुलाक़ात की और उनको भाई कह कर बुलाया। उसके दो दिन बाद ही विधानसभा में राज्य में नदियों के तट कटाव की समस्या पर पेश प्रस्ताव का पहली बार बीजेपी ने समर्थन कर दिया। यही नहीं, इस मुद्दे पर केंद्र से पैसे मांगने के लिए जो सर्वदलीय दल मोदी से मिलने जाएगा उसमें बीजेपी के प्रतिनिधि भी शामिल रहेंगे। यह संयोग नहीं है कि यह सब तब हो रहा है जब 5 दिसंबर को दिल्ली में मोदी से ममता की बैठक तय है।