पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को चुनौती दी है कि अगर यह साबित हो जाता है कि उन्होंने अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खो देने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया था तो वह पद छोड़ देंगी। बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया था कि ममता बनर्जी ने इस मामले में अमित शाह को फोन किया था।
ममता बनर्जी राज्य सचिवालय में एक समाचार ब्रीफिंग में संवाददाताओं को संबोधित कर रही थीं। इसी दौरान एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'मैं आश्चर्यचकित और हैरान थी... अगर यह साबित हो जाता है कि मैंने तृणमूल की राष्ट्रीय पार्टी के दर्जे पर अमित शाह को फोन किया था, तो मैं इस्तीफा दे दूंगी।'
एक दिन पहले हुगली में एक रैली को संबोधित करते हुए विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया था, 'चुनाव आयोग द्वारा राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा रद्द करने के बाद ममता ने बार-बार अमित शाह को फोन करके निर्णय को रद्द करने का अनुरोध किया। हालांकि, इसका कोई नतीजा नहीं निकला।'
सुवेंदु अधिकारी के इस दावे के साथ ही बंगाल की राजनीति गर्मा गयी। दोनों दलों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गए थे। इसी बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान आया। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होने वाले बनर्जी के पूर्व करीबी अधिकारी झूठ बोल रहे हैं।
ममता ने विपक्षी दलों द्वारा अगले साल होने वाले राष्ट्रीय चुनावों से पहले भाजपा के खिलाफ एकजुट होने के तीव्र प्रयासों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, 'कभी-कभी चुप्पी सुनहरी होती है। यह मत सोचो कि विपक्ष एक साथ नहीं बैठा है। हम सभी मौजूद हैं, और हर कोई एक दूसरे के साथ संबंध बनाए हुए है। जब यह आएगा, तो यह बवंडर की तरह होगा।'
मुख्यमंत्री ने मुकुल राय को लेकर कहा कि मुकुल रॉय बीजेपी के विधायक हैं, अगर वह दिल्ली जाना चाहते हैं तो ये उनका मामला है। उन्होंने कहा कि मुकुल राय के बेटे ने शिकायत दी थी कि वह लापता हैं और प्रशासन इस मामले को देखेगा।
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