तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहाँ की गिरफ़्तारी के बाद अब बीजेपी और टीएमसी में इस कार्रवाई का श्रेय लेने की होड़ मच गई है। बीजेपी ने दावा किया है कि यह गिरफ्तारी पार्टी द्वारा लगातार मुद्दा उठाए जाने के बाद की गई है और इसने आरोप लगाया है कि टीएमसी द्वारा आरोपी को बचाया जा रहा था। इसके विपरीत टीएमसी ने दावा किया है कि कानूनी बाधाएं दूर होते ही राज्य पुलिस गिरफ्तारी के लिए आगे बढ़ी। उन्होंने कहा कि कानूनी उलझन के कारण शुरुआत में उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका था और अदालत की हरी झंडी मिलते ही गिरफ्तार कर लिया गया।