उत्तर प्रदेश के बरेली के एक शिक्षा मित्र या अस्थायी अध्यापक वज़ीरुद्दीन को नौकरी से निकालने के बाद गिरफ़्तार कर लिया गया है। उन्हें स्थानीय अदालत ने पुलिस की बात मानते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उन पर जानबूझकर दंगा फैलाने के इरादे का और दूसरों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप है।
क्या भारत की राजकीय विचारधारा हिंदुत्व है?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 26 Dec, 2022

क्या इस तमन्ना से ऐतराज़ है या यह कि जिससे माँग की जा रही है, वह अल्लाह, ख़ुदा या रब है? क्या अब हिंदुस्तान में यह इंतज़ाम किया जा रहा है कि हिंदुओं के कान न तो अल्लाह सुनें, न गॉड? क्या ये शब्द उनके कान में पड़ते ही वे प्रदूषित हो जाते हैं? या इन नामों में इतना ज़ोर है कि वे हिंदू धर्म त्याग कर मुसलमान या ईसाई हो जाएँगे?
उत्तर प्रदेश में बरेली के फरीदपुर के जिस सरकारी स्कूल में वे पढ़ा रहे थे उसकी प्राचार्य नाहिद सिद्दीक़ी को भी निलंबित कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने स्कूल की सुबह की सभा में बच्चों को इक़बाल की ‘बच्चे की दुआ’ गाने को कहा।
विश्व हिंदू परिषद को इस अपराध की खबर मिली और उसने इन दोनों के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई कि ये अध्यापक इस ‘मदरसा टाइप’ प्रार्थना के ज़रिए ग़ैर मुसलमान बच्चों के धर्मांतरण की साज़िश कर रहे थे।