अब सारी शिक्षा संस्थाओं को छात्रों और शिक्षकों के लिये ध्यान सत्र आयोजित करने हैं। लेकिन ध्यान कैसे करना है, यह वे ख़ुद तय नहीं कर सकते। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने ध्यान करने और करवाने का फ़रमान जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि श्रीश्री रविशंकर की संस्था द आर्ट ऑफ़ लिविंग द्वारा ध्यान का जो तरीक़ा विकसित किया गया है, उसका पालन किया जाए। उनके प्रशिक्षकों से अध्यापकों और छात्रों को प्रशिक्षण दिलवाया जाए।