2021 में एक आम भारतीय के राजनीतिक सामान्य ज्ञान और साक्षरता की जाँच कैसे की जाएगी? 2020 में एक भारतीय की राजनीतिक और सामाजिक साक्षरता की जाँच शायद सबसे आसानी से इस बात से की जा सकती थी कि उसे सिंघु और टिकरी बॉर्डर के बारे में क्या मालूम है। उसी तरह 2019 में यह शाहीन बाग़ के बारे में कहा जा सकता था। अगर आज उसे सिलगेर के बारे में कुछ नहीं पता तो मान लेना चाहिए कि उसकी राजनीतिक और सामाजिक इंद्रियाँ पर्याप्त संवेदनशील नहीं हैं।
यह आदिवासी की आवाज़ है बम का धमाका नहीं
- वक़्त-बेवक़्त
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- 21 Jun, 2021

छत्तीसगढ़ में सिलगेर के दीर्घजीवी आंदोलन के साथ कांग्रेस सरकार के रवैये से जाहिर होगा कि वह भारतीय जनता पार्टी से बुनियादी तौर पर अलग है या नहीं। राहुल गाँधी ने बार-बार, वह नियमगिरि हो या बस्तर, आदिवासियों को भरोसा दिलाया था कि वे उनके अधिकार के लिए उनके साथ लड़ेंगे। अब बस्तर के आदिवासी उनसे पूछ रहे हैं कि वे खामोश क्यों हैं।
सिलगेर को भारत के नक्शे पर खोजने की कोशिश कीजिए। फिर इस पर विचार कीजिए कि भारत की भौगोलिकता के हमारे बोध में उसे शामिल करने के लिए इतनी मेहनत क्यों करनी पड़ती है।