अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिका और उसके सहयोगियों की फ़ौजी मौजूदगी के ख़त्म हो जाने और उस पर तालिबान के कब्जे को लेकर पूरी दुनिया में और भारत में भी काफ़ी उत्तेजना है। लेकिन क्या उतनी ही संवेदना भी है? यह प्रश्न अफ़ग़ानिस्तान के आज के हालात पर अपनी राय देने के पहले ख़ुद से पूछना चाहिए। और बात करने का कौन सा तरीक़ा हम अपनाते हैं, यह भी महत्त्वपूर्ण है।