पिछले 3 महीनों से इज़राइल द्वारा फ़िलिस्तीनियों के क़त्लेआम के ख़िलाफ़ पूरी दुनिया में लोग सड़कों पर हैं। सबका ध्यान हेग में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ़ जस्टिस पर लगा है जहाँ दक्षिण अफ़्रीका ने इज़राइल परफ़िलिस्तीनियों की नस्लकुशी का इल्ज़ाम लगाते हुए अदालत से उसे मुजरिम ठहराने और इस नस्लकुशी को फ़ौरनरोकने की माँग की है। दुनिया भर के अख़बारों, टीवी चैनलों या दूसरे जनसंचार माध्यमों पर इसी से जुड़ी खबरें औरबहसें चल रही हैं। लेकिन भारत एक दूसरे ग्रह का देश मालूम पड़ता है। किसी को भी, जो भारत का नहीं है, यहदेखकर हैरानी हो सकती है कि दीन दुनिया से कटा हुआ पूरा देश राम मंदिरग्रस्त है। भारत की सरकार, उसकेमीडिया, उसके लोगों के पास अयोध्या के राम मंदिर के अलावा और कोई विषय नहीं है।