5 प्रतिष्ठित मुसलमान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से मिले। उन्होंने बतलाया कि उनकी बातचीत बड़ी सकारात्मक रही। मोहन भागवत ने चुप रहकर, बिना टोका-टाकी उन्हें सुना। इससे उन्हें इत्मीनान हुआ कि वे उनकी बातों को लेकर वाक़ई गम्भीर थे।
मुसलिमों की भागवत से मुलाकात के बाद क्या संघ बदलेगा?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 26 Sep, 2022

मुसलमानों को अच्छे बच्चे की तरह रहना चाहिए। वैसे अच्छे बच्चे, जैसा संघ चाहता है। अगर उन्होंने ऐसा किया तो उन्हें मार नहीं पड़ेगी। यही संघ कहता रहा है। संघ यह जानता है कि अब हिटलर बनना बहुत मुश्किल है। इसलिए उन्हें हमेशा के लिए दूसरे दर्जे के नागरिकों में तब्दील कर देना ही सबसे अच्छा और सस्ता उपाय है।
यह शिष्टमंडल इससे बहुत प्रभावित हुआ कि संघ प्रमुख का कमरा बड़ा सादा था। समय के भी वे बड़े पाबंद हैं, इससे भी उनका रौब शिष्टमंडल पर पड़ा। सादगी, अनुशासन, विनम्रता, आदि गुण अगर आप में हों तो आप हत्या कर सकते हैं, हत्या के विचार का प्रचार भी कर सकते हैं।
जिस बात से हमारे ये भद्रजन बहुत प्रभावित हुए, उससे एक दूसरे समय के पाबंद और सादगी से जीने वाले गाँधी क़तई भ्रमित नहीं हुए थे। अनुशासन नाज़ियों का भी गुण था, उन्होंने अपने सहयोगियों को चेताया था।