तमिलनाडु की सरकार एक समिति गठित करने पर विचार कर रही है जो तय करेगी कि राज्य के सरकारी स्कूलों में किस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं। वह संभवतः यह भी बताए कि कार्यक्रमों में किस प्रकार के लोग, अतिथि, वक्ता बुलाए जा सकते हैं। सरकार ने यह ऐलान एक विवाद के बाद किया जो चेन्नई के अशोक नगर गर्ल्स सेकेंडरी स्कूल और सईदापेट मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल में एक ‘मोटिवेशनल’ वक्ता महाविष्णु के भाषण के बाद पैदा हुआ।
तमिलनाडु का महाविष्णु प्रसंगः स्कूल राष्ट्रीय चेतना फैलायें या वैज्ञानिक चेतना?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Mar, 2025

तमिलनाडु में एक मोटिवेशनल गुरु ने सरकारी स्कूल में बच्चों के बीच बेसिरपैर की बातें कीं। स्कूलों में प्रेरणादायक लोगों को अक्सर बुलाया जाता है, ताकि बच्चे उनसे कुछ सीख सकें। लेकिन तमिलनाडु का महाविष्णु नामक मोटिवेशनल गुरु यह बता रहा था कि आज अगर कोई विकलांग पैदा हुआ है तो यह उसके पुराने जन्म के कर्मों का फल है। ऐसे में यह तय होना चाहिए कि आखिर स्कूल किस तरह की चेतना बच्चों में फैलायें। स्तंभकार अपूर्वानंद ने तमिलनाडु की घटना पर इस लेख को कलमबंद किया है। पढ़िएः