“अंग्रेज़ी माध्यम स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चे अपनी संस्कृति और परंपराओं से दूर हो गए हैं।” मध्य प्रदेश के संस्कृति और पर्यटन मामलों के मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने हिंदी दिवस के मौक़े पर यह दुख प्रकट किया। उनका कहना था कि ऐसे बच्चे पाश्चात्य संस्कृति का अनुकरण करने लगे हैं।
हिन्दी की चिन्ता में कौन दुबला हुआ जा रहा है?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Mar, 2025

हिन्दी को लेकर चिन्ता हर साल जताई जाती है। लेकिन हिंदी को एक संस्कृति विशेष या धर्मविशेष से इस कदर जोड़ दिया है और उनकी संख्या इतनी अधिक है कि हिंदी को हिंदुओं की भाषा मान लिया गया है। जाने-माने स्तंभकार अपूर्वानंद हिन्दी भाषा को लेकर क्या कहना चाहते हैं, पढ़िएः