लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिया जाना आज के भारत के तर्क से उचित ही है। यह उक्ति प्रसिद्ध है कि मनुष्य अपने देवता अपनी शक्ल में गढ़ते हैं। इसे बदल कर यह भी कहा जा सकता है कि वे अपने नायक या अपने आदर्श भी वैसे ही चुनते हैं जैसे वे ख़ुद हैं। या यह कहना अधिक उचित होगा, जैसे वे बना दिए गए हैं।
कौन से योगदान के लिए लाल कृष्ण आडवाणी को मिला भारत रत्न?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 5 Feb, 2024

अपनी 96 साल की उम्र में लाल कृष्ण आडवाणी ने आख़िर देश में ऐसा क्या योगदान दिया है जिससे उन्हें भारत रत्न दिया गया? क्या टोयोटा गाड़ी को रथ बताकर यात्रा निकालने के लिए?
लेकिन आडवाणी को भारत ने यह उपाधि प्रदान की है? क्या उसने उन्हें अपना आदर्श चुना है जिसकी अभ्यर्थना इस अलंकरण से की जाए? इस भारत में 15% मुसलमान हैं, लगभग 2.5% ईसाई, लगभग 1.75% सिख हैं और 79% हिंदुओं में भी करोड़ों ऐसे हिंदू हैं जिन्हें आडवाणी में कहीं से अभी आदर्श का कोई तत्व नज़र नहीं आता। यह आबादी भी भारत है। फिर यह कहना इस आबादी के साथ नाइंसाफ़ी है कि भारत ने आडवाणी को अपना नायक चुना है।