भारत ने इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ़ जस्टिस के उस फ़ैसले पर इन पंक्तियों के लिखे जाने तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है जिसमें उसने इज़राइल को फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ जनसंहार रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा है। उसने यह माना है कि दक्षिण अफ़्रीका के इस आरोप में दम है कि इज़राइल ग़ज़ा में फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ जनसंहारात्मक कार्रवाई कर रहा है और आगे भी इसका ख़तरा है कि वह इसे जारी रखेगा। दक्षिणी दुनिया समेत कई देशों ने इस फ़ैसले का स्वागत किया है और इज़राइल को ग़ज़ा और पश्चिमी तट में अपनी खूँरेजी रोकने को कहा है। पिछले महीने दक्षिण अफ़्रीका ने इस अदालत में इज़राइल के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर किया था और अदालत से दरख्वास्त की थी कि वह इज़राइल को अपना हमला रोकने को कहे।
इज़राइल के मामले में भारत दक्षिण अफ्रीका के साथ क्यों नहीं है?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Jan, 2024

भारत सरकार के मंत्री दावा करते हैं कि आजकल दुनिया का कोई भी देश जब कुछ करता है तो भारत से सलाह लेता है। क्या दक्षिण अफ़्रीका ने इज़राइल के ख़िलाफ़ अपना मुक़दमा दायर करने में भारत से मशविरा किया था?
अदालत ने सीधे तो यह नहीं कहा है कि इज़राइल हमला फ़ौरन रोके लेकिन जो उसने स्पष्ट तौर पर कहा है कि इज़राइल को फ़िलिस्तीनियों का जनसंहार न होने के लिए सारे कदम उठाने चाहिए। उसने इज़राइल को वैसे सारे सबूत भी सुरक्षित रखने को कहा है जिनकी जाँच से यह मालूम किया जा सकेगा कि वह जो कर रहा है वह जनसंहार है या नहीं।