राज ठाकरे ने धमकी दी है कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर न हटवाए गए, यानी अगर अज़ान का प्रसारण बंद न किया गया तो वे उनके आगे लाउडस्पीकर लगवाकर हनुमान चालीसा का पाठ करवाएँगे।
क्या हिंदू त्योहार अब मुसलमान विरोधी हिंसा के बिना संभव नहीं?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 4 Apr, 2022

नवरात्रि के साथ ही रमजान शुरू हुआ है। दोनों में ही श्रद्धालु उपवास करते हैं। दोनों ही अपने उपवास के जरिए खुद को शुद्ध करने का प्रयास करते हैं। यह अवसर आत्मशुद्धि का है। लेकिन हिंदुओं की तरफ से इस अवसर का इस्तेमाल मुसलमानों को ‘शुद्ध’ करने के लिए किया जा रहा है। क्या इससे उनकी देवी प्रसन्न होंगी?
किसी एक धर्म से जुड़े किसी एक रिवाज़ पर हमला करने के लिए अपने धर्म में नया रिवाज़ शुरू करना 21वीं सदी के हिंदू समाज की विशेषता कही जाएगी। यह धमकी संभवतः राज ठाकरे ने इस भय से दी हो कि हिंदू जनता चारों तरफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े संगठनों के मुसलमान और ईसाई विरोधी अभियानों की उत्तेजना और कोलाहल में भूल ही न जाए कि उनके जैसा हिंदू-हितैषी जीवित है और वह भी हिंसा में प्रतियोगिता कर सकता है।
चैत्र नवरात्रि आरम्भ हो गई है। यह इससे मालूम हुआ कि उत्तर प्रदेश में माँस की दुकानों को बंद किया जाने लगा। यह सरकारी तौर पर किया जा रहा है।