दीनानाथ बत्रा गुजर गए। भारत के शिक्षा जगत के लिए यह एक महत्त्वपूर्ण समाचार होना चाहिए था। लेकिन अभी तक बहुत कुछ लिखा देखा नहीं। शायद एकाध रोज़ में श्रद्धांजलियों की बरसात होने लगेगी।