अमेरिका के विस्कॉन्सिन में केनोशा के एक मुक़दमे और उसके फ़ैसले ने अमेरिका के नस्ली विभाजन को और चौड़ा और गहरा कर दिया है। पिछले साल शहर में हुए नस्लभेद विरोधी प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की हत्या के अभियुक्त एक श्वेत किशोर काइल रिटेनहॉउस को अदालत ने दोषमुक्त मानकर रिहा कर दिया है। पिछले साल केनोशा में नस्लवाद विरोधी प्रदर्शन हुए थे।
क्या जन आंदोलनों को अब “जन हिंसा” से दबाया जाएगा?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 22 Nov, 2021

अमेरिका में ऐसे मौके बार-बार आएँगे कि काले लोगों को सड़क पर उतरना पड़े। क्योंकि उनके ख़िलाफ़ आम तौर पर हिंसा होती है। अब यह किया जा सकता है कि उनके ख़िलाफ़ हथियारबंद लोगों को शहर की रक्षा के नाम पर गोलबंद किया जाए। भारत में सीएए और किसान आंदोलन के दौरान ऐसा हुआ।
यह याद रखना ज़रूरी है कि ये प्रदर्शन एक काले व्यक्ति जैकब ब्लैक को पुलिस के द्वारा पीठ में गोली मार देने के बाद हुए थे। जैसा क्रोध में होता है, इस प्रदर्शन में हिंसा भी हुई। लेकिन हिंसा का मतलब आगजनी, तोड़फोड़ थी।
प्रदर्शनकारियों ने किसी व्यक्ति पर हमला नहीं किया, किसी की हत्या नहीं की। लेकिन उनपर रिटेनहॉउस जैसे लोगों ने, जो न पुलिस हैं, न राज्य के प्रतिनिधि, हमला ज़रूर किया।