भारत के लोगों को रिटेनहॉउस नाम याद रखना चाहिए। आपको याद होगा कि पिछले हफ्ते हमने अमेरिका में काइल रिटेनहॉउस नामक श्वेत अमेरिकी किशोर के मुक़दमे की चर्चा की थी। रिटेनहॉउस ने विस्कॉन्सिन के केनोशा नामक शहर में पिछले साल नस्लभेद के ख़िलाफ़ हो रहे विरोध प्रदर्शन पर गोली चलाकर दो लोगों को मार डाला था।
हिंसा को राजनीति का स्वभाव बनाने के ख़तरे
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Nov, 2021

रिटेनहॉउस ने हत्या से इनकार नहीं किया है और उसका गुणगान करनेवाले भी हत्या से इनकार नहीं करना चाहते। बल्कि वे इसे श्वेत लोगों और अमेरिका की हिफाजत और रक्षा के लिए ज़रूरी और अनिवार्य बतला रहे हैं।
उसे वहाँ की अदालत ने हर आरोप से बरी कर दिया। मुक़दमे के दौरान और उसके बाद रिटेनहॉउस के लिए चंदा इकठ्ठा करने से लेकर उसका महिमामंडन करने के लिए अनेक श्वेत अमेरिकी सक्रिय हो गए।
हिंसा की वकालत
उन्होंने रिटेनहॉउस को ऐसा नायक बतलाया जिसकी अमेरिका को ज़रूरत है। उसकी हिंसा की वकालत यह कहकर की गई कि हर किसी को समुदाय और सार्वजनिक और निजी संपत्ति की रक्षा का अधिकार है। मुक़दमे के बाद रिपब्लिकन पार्टी ने रिटेनहॉउस को अपना लिया है।