भारत गृह युद्ध की तरफ ढकेला जा रहा है। यह शासकों की तरफ से किया जा रहा है। या शायद गृह युद्ध सटीक शब्द नहीं है। हो यह रहा है कि सरकार और शासक दल जनता के उन हिस्सों के ख़िलाफ़ हिंसा भड़का रहे हैं, जो उसके उन क़ानूनों का विरोध कर रहे हैं जो उन्हें हानिकर लगते हैं।
भारत गृह युद्ध की तरफ ढकेला जा रहा है!
- वक़्त-बेवक़्त
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- 1 Feb, 2021

पिछली बार मुसलमानों के ख़िलाफ़ घृणा का प्रचार किया गया और फिर उनपर भीड़ की हिंसा को स्वतःस्फूर्त क्षोभ की अभिव्यक्ति कहा गया। इस बार सिखों के ख़िलाफ़ घृणा का प्रचार किया जा रहा है।
दिल्ली की सरहदों पर किसान पिछले दो महीने से भी अधिक वक़्त से कड़ाके की ठंड में किसानी से जुड़े क़ानूनों को वापस लेने की माँग के साथ शांतिपूर्ण धरने पर बैठे हैं। उनपर 28 जनवरी को गुंडों की भीड़ भेजकर हमला करवाया गया।
सिंघु, टिकरी और उसके पहले ग़ाज़ीपुर में हाथ में तिरंगा लिए हुए गुंडे धरना स्थलों पर पथराव करने लगे। सबने देखा कि किस तरह पुलिस और सुरक्षा बल के जवान शांत, हाथ बाँधे उनके पीछे खड़े थे।