यदि हम जानने की कोशिश करें कि किसान अपने पेड़ों की छटनी करते, फ़सलों को बोते और अन्न को संजोते समय अंधेरे और उजाले पक्ष का भेद क्यों रखता है, तो हम यह भी समझ जायेंगे कि सूर्य सोखा हुआ जलरस वापस लौटाता है। चन्द्रमा अन्न समेत समस्त जीवितों में रस भरने का काम करता है। वायुमण्डल जितना मोटा होगा, उतना गर्म होगा; सूर्य उतना कम जलरस लौटाएगा। चन्द्रमा को सूर्य से प्राप्त श्वेत रश्मियों के मार्ग में श्याम छायायें जितनी ज़्यादा होती जायेंगी, रस भरने की चन्द्रशक्ति उतनी कम होती जाएगी; उत्पादन उतना कम रस, गंध व स्वादयुक्त होगा।