रंगमंच और नाटक-  ऐसी कला विधाएं है जो किसी एक देश या समाज तक केंद्रित नहीं रहती हैं। एक नाटककार किसी एक देश की भाषा में लिखता है लेकिन वही नाटक दूसरे देश की भाषा या भाषाओं में भी खेलने पर लोकप्रिय हो जाता है। इसीलिए अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशो  में भी ग्रीक या रूसी नाटक होते हैं। पीटर ब्रुक ने भी महाभारत पर आधारित नाटक किया था। भारत में भी शेक्सपीयर, मोलिटर, ब्रेख्त जैसे नाटककार लोकप्रिय रहे हैं और उनके लिखे नाटक हिंदी सहित दूसरी भारतीय भाषाओं में भी लगातार होते रहे हैं। पर ये भी मानना होगा कि भारत में जो विदेशी नाटककार लोकप्रिय रहे है उनमें से ज्यादातर ग्रीक, अंग्रेजी, फ्रांसीसी या जर्मनी जैसे देशों के वे नाटककार हैं जो काफी पहले के जमाने के थे।