त्रिपुरा में हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं को कवर करने वहां गई दो महिला पत्रकारों के मामले में राज्य की बीजेपी सरकार का बयान आया है। राज्य सरकार का कहना है कि ये दोनों लोगों को सरकार के ख़िलाफ़ भड़का रही थीं। इनके नाम समृद्धि सकुनिया और स्वर्णा झा हैं। दोनों के ख़िलाफ़ त्रिपुरा की पुलिस ने सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने का मुक़दमा दर्ज किया था और बीते रविवार को उन्हें हिरासत में ले लिया था।
त्रिपुरा हिंसा: मंत्री बोले- लोगों को भड़का रही थीं महिला पत्रकार
- त्रिपुरा
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- सत्य ब्यूरो
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- 16 Nov, 2021
त्रिपुरा में हुई सांप्रदायिक हिंसा की आंच महाराष्ट्र तक पहुंच गई है। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर बहस हो रही है। इससे जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट जल्द सुनवाई करने जा रहा है।

इन दोनों महिला पत्रकारों को सोमवार शाम को जमानत मिल गई थी। अदालत ने कहा था कि हालांकि इन पर लगे आरोप गंभीर हैं लेकिन उन्हें हिरासत में रखना “व्यक्तिगत आज़ादी में बहुत ज़्यादा कटौती करने” जैसा होगा।
त्रिपुरा सरकार के मंत्री सुशांता चौधरी ने कहा कि ये दोनों महिला पत्रकार लोगों को सत्तारूढ़ दल के ख़िलाफ़ भड़का रही थीं। वे दोनों एक धर्म के लोगों को एकजुट करने की कोशिश कर रही थीं।