तमिलनाडु के तंजावुर में एक छात्रा ने खुदकुशी कर ली थी। उसकी मौत के बाद भाजपा और विश्व हिन्दू परिषद ने उसे धर्म परिवर्तन से जोड़ा। दो साल बाद सीबीआई जांच ने निष्कर्ष निकाला है कि छात्रा की मौत हॉस्टल वार्डन के उत्पीड़न के कारण हुई थी, न कि धर्म परिवर्तन के दबाव के कारण। जानिए पूरी कहानीः
संविधान के अनुच्छेद 25 (2) के तहत सिख धर्म, जैन धर्म और बौद्ध धर्म हिंदू धर्म के भीतर शामिल हैं और इसका हवाला देकर धर्मांतरण के लिए पूर्व अनुमति नहीं मांगी जाती थी। तो अब ऐसा क्या हो गया कि सरकार को सर्कुलर निकालना पड़ा?
लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले उत्तर प्रदेश में संघ के लोगों को सक्रिए करने पहुँचे मोहन भागवत को अब क्यों लव जिहाद, धर्मांतरण, लैंड जिहाद जैसे मुद्दों पर अभियान तेज करने की ज़रूरत पड़ी?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । बुलडोजर कार्रवाई पर गुहावटी हाईकोर्ट का बड़ा फैसला । धर्मांतरण गंभीर मुद्दा, राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए: SC
कर्नाटक में नए धर्म परिवर्तन विरोधी कानून के तहत गिरफ्तारियां बढ़ रही हैं। उसी के साथ सरकार पर आरोप भी बढ़ रहे हैं। अक्टूबर से लगातार गिरफ्तारियां हो रही हैं। जानिए पूरा घटनाक्रमः
लालच देकर या जबरन धर्मांतरण का मुद्दा क्या देश में बढ़ता जा रहा है? सरकार ने ऐसे मामलों को रोकने के लिए क्या क़दम उठाए हैं? जानिए, सुप्रीम कोर्ट में आख़िर क्यों सुनवाई हो रही है?
लालच देकर या जबरन धर्मांतरण का मुद्दा क्या देश में बढ़ता जा रहा है? सरकार ने ऐसे मामलों को रोकने के लिए क्या क़दम उठाए हैं? जानिए, उसने सुप्रीम कोर्ट से क्या कहा।
मध्य प्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली रिट याचिकाओं पर जानिए हाई कोर्ट ने क्या-क्या कहा और राज्य सरकार को क्या निर्देश दिया।
देश में जबरन धर्मांतरण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जताई है और देश की सुरक्षा के लिए ख़तरा बताया है। तो क्या धर्मांतरण क़ानून से यह रुक जाएगा? पढ़िए क़ानून और संविधान के जानकार फ़ैज़ान मुस्तफा क्या लिखते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने धर्मांतरण पर चिंता क्यों जताई? क्या सचमुच में देश भर में धर्मांतरण हो रहा है? कहीं सांप्रदायिक ताक़तें सुप्रीम कोर्ट का इस्तेमाल तो नहीं कर रहीं? मोदी सरकार नौ साल में भी धर्मांतरण क्यों नहीं रोक पाई? बीजेपी की राज्य सरकारें क्या नाकारा हैं?
सुप्रीम कोर्ट ने एक वकील द्वारा दायर याचिका पर गंभीरता से विचार किया है, जिसने यह धारणा बनाने की कोशिश की है कि देश भर में धर्मांतरण काफी तेजी से हो रहा है। आइए पता लगाते हैं कि क्या याचिका में कही गई बातों के पीछे कोई सच्चाई है या क्या यह सिर्फ चुनावी लाभ के लिए एक राजनीतिक झूठ गढ़ने का इरादा है?
लालच देकर या जबरन धर्मांतरण का मुद्दा क्या देश में बढ़ता जा रहा है? सरकार ने ऐसे मामलों को रोकने के लिए क्या क़दम उठाए हैं? जानिए, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा।
मेरठ में धर्म परिवर्तन का बड़ा आरोप लगने के बाद पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ एफआईआऱ दर्ज की है। आरोप है कि ईसाई संगठन ने करीब 400 सनातनी लोगों को ईसाई बनाने की कोशिश की। एक बीजेपी नेता ने 200 लोगों के साथ पुलिस थाने पर प्रदर्शन किया तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली।
कर्नाटक में धर्मांतरण विरोधी विधेयक पर हलचल के बीच अब बीजेपी सरकार किस आधार पर कुछ ज़िलो में धर्मांतरण का आरोप लगा रही है? बीजेपी ने सरकारी अधिकारी के सर्वेक्षण को क्यों खारिज किया?