यूपी के मेरठ में कथित तौर पर 400 लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने के लिए नौ लोगों पर केस दर्ज किया गया है। इन सभी विवादित कानून यूएपीए भी लगाने की तैयारी हो रही है। यह घटना मंगत पुरम इलाके की है।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब शुक्रवार को बीजेपी के जिला मंत्री दीपक शर्मा के नेतृत्व में करीब 200 लोग एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से मिले और आरोप लगाया कि मंगतपुरम में करीब 400 लोगों को ईसाई बना दिया गया। इन लोगों को दीवाली पर पूजा भी नहीं करने दी गई। बीजेपी नेताओं ने पुलिस से एफआईआर दर्ज करने की मांग की। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शनिवार को एफआईआर दर्ज की।
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एफआईआर के मुताबिक पीड़ितों ने आरोप लगाया कि उन्हें हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों और देवताओं को हटाने के लिए मजबूर किया गया। धर्म परिवर्तन कराने वाले लोग लॉकडाउन के दौरान उन लोगों के संपर्क में आए थे। इन लोगों ने उन्हें खाना दिया, पैसा दिया और धर्म परिवर्तन के लिए कहा। दीवाली आई तो उन लोगों ने हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों, चित्रों को हटाने और ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए मजबूर किया।
शिकायतकर्ताओं ने पुलिस को बताया, हमें धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला गया और हमारे आधार कार्ड पर अपना नाम बदलने के लिए कहा गया। जब हम दीवाली के दिन पूजा कर रहे थे, आरोपी हमारे घरों में घुस गए और देवताओं की मूर्तियों को तोड़ दिया। उन्होंने कहा जब आपने धर्म परिवर्तन किया है तो ऐसा क्यों कर रहे हैं? जब हमने इसका विरोध किया तो उन्होंने हमें जान से मारने की धमकी दी।
एफआईआर में नामजद आरोपियों में छबीली उर्फ शिवा, बिनवा, अनिल, सरदार, निक्कू, बसंत, प्रेमा, तितली और रानी हैं। बीजेपी या पुलिस ने अभी उस ईसाई संस्था का नाम नहीं खोला है, जिसने धर्म परिवर्तन की कोशिश की।
एसपी पीयूष सिंह ने कहा, 'शुक्रवार को कुछ लोगों ने हमारे दफ्तर में आकर शिकायत की थी। जिसमें आरोप लगाया गया कि दूसरे धर्म के लोग मालिन गांव के लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन कराना चाहते हैं। एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच के बाद और उचित कार्रवाई की जाएगी।
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मेरठ का मंगतपुरम इलाका बहुत ही गरीब लोगों की आबादी वाला इलाका है। खबरों के मुताबिक इस बस्ती में कुछ लोग भीख वगैरह मांग कर या छोटा-मोटा काम करके गुजारा करते हैं। लॉकडाउन में इन लोगों के सामने रोटी-रोजी का संकट पैदा हो गया था। ऐसे में शहर के तमाम एनजीओ ने इस इलाके में राशन वगैरह पहुंचाकर मदद की थी। बीजेपी नेताओं का आरोप है कि ईसाई संस्थाओं ने इसका फायदा उठाकर तमाम हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की है। बीजेपी नेताओं ने दावा किया है कि जिन पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया, वे सभी सनातन धर्म के मानने वाले लोग हैं। इन्हीं के बीच ईसाई संस्था ने चर्च भी बना दिया और उनमें लोगों को बुलाने लगे।
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